- आयुष्मान
( चित्र commons.wikimedia.org से साभार)
ज़िन्दगी क्या प्याज है
छोटी-बड़ी , कम परतें ज़्यादा परतें ,
छीलते जाते हैं , छीलते जाते हैं ,
अन्दर कुछ नहीं होता ,
कुछ नहीं बचता ,
बस! कुछ आंसू ,कुछ परतें......
( चित्र commons.wikimedia.org से साभार)
ज़िन्दगी क्या प्याज है
छोटी-बड़ी , कम परतें ज़्यादा परतें ,
छीलते जाते हैं , छीलते जाते हैं ,
अन्दर कुछ नहीं होता ,
कुछ नहीं बचता ,
बस! कुछ आंसू ,कुछ परतें......
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें